आपको सभी तरह की शायरी, उर्दू - हिंदी भाषा में मिलेगा. नाथ शरीफ़, ग़ज़ल, मनकबत, हमद, और कई तरह की शायरी
शायरी, कविता का एक ऐसा रूप है जो हमारी भावनाओं को दूसरों तक तक पहुंचने में मदद करता है।
कई बार हम अपनी दर्द को किसी से बयां करने में सक्षम नहीं रहते और उस हालत में हम अपनी दर्द को शायरी के दरमियान दूसरों तक पहुंचाते हैं।
अगर आप शायरी, ग़ज़ल मनकबत हमद नाआत पढ़ने में दिलचस्प रखते हैं तो आप सही जगह पर आएं हैं।
शज़र चुपचाप से, मायूस से, तन्हा नज़र आये।
परिंदे घोसलों से उड़ गये जब उनके पर आये।।
मुकद्दर जो लिखाकर आये थे हम आसमानों से।
वो सब अल्फाज़ पेशानी पे पीऱी में उभर आये।।
किसी लम्बे सफ़र से लौटकर आता हूँ जब वापस।
बड़ा ही मुंतज़िर रहता हूँ मैं जल्दी से घर आये।।
छलक आते हैं आँसू, दर्द पोशीदा नहीं रहता।
कि पलकों को कभी मत मूँदना जब आँख भर आये।।
हमारी सोगवारी को, हमारी ग़मगुसारी को।
सभी अहल-ए-सुखन आये, सभी अहल-ए-नज़र आये।।
गुज़र जाये ये वक़्फ़ा शादमानी का अगर 'साहिल'।
तू दिल को खोल देना दर्द जब भी अपने घर आये।।
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1. टोकना मत अमीर बच्चों को ये हिदायत न झेल पाएँगे
2. अब तक यही सुना था के बाजार बिक गए उस की गली गए तो खरीददार बिक गए
3. सुकूत ए मर्ग से डर कर शहर हमने बदल डाला। परिन्दें जब लगे मरने शजर हमने बदल डाला॥
4.बेचता है दर्द ए दिल वो कौड़ियों के भाव में | इश्क़ के महफ़िल में जिसका दाम भी क्या ख़ूब है॥
5. आप करने को जो प्यार नज़र आते हैं यानि जीने के यह आसार नज़र आते हैं
6. यह हसीन चेहरे जो उसपार नज़र आते है, देखने मैं ही वफादार नज़र आते हैं ।।
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Nice
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